वह रुद्राक्ष है जग से न्यारा।।
रुद्राक्ष दिव्य प्रसाद है,
शिव जी का आशीर्वाद है ।।
हर ग्राम रुद्राक्ष मय होगा,
हर व्याधि से निर्भय होगा ।।
हर गांव घर घर जाएंगे,
रुद्राक्ष की महिमा सुनाएंगे ।।
रुद्राक्ष की महिमा न्यारी है,
अलौकिक और चमत्कारी है ।।
रुद्राक्ष की है अद्भुत माया,
निर्मल मन निरोगी काया ।।
जो रुद्राक्ष से करता स्नेह,
रहे निरोगी उसका देह ।।
जो फेरे रुद्राक्ष की माला,
ना व्यापे रोग की ज्वाला ।।
दाई भुजा बांधे जो वीरा,
संकट कटे मिटे सब पीरा ।।
इसे कुमारी घर में लावे,
तो मन वांछित वर पावे ।।
विधिपूर्वक करे जो धारण,
हो उसके हर कष्ट निवारण ।।
श्रद्धा सहित रुद्राक्ष जो धारे,
उसके हो जाए वारे न्यारे ।।
जिस घर में हो रुद्राक्ष का पूजन,
सुख संपत्ति खेले नित्य आंगन ।।
यह रुद्राक्ष हैं मंगलकारी,
संकट मोचन भवभय हारी ।।
सृष्टि सृजन का साक्ष्य,
यह दिव्य महा रुद्राक्ष ।।
जब भी यह रुद्राक्ष गहो,
ओम नमः शिवाय कहो ।।
हाथ गले या कमर में धारों,
इस रुद्राक्ष से कष्ट निवारो ।।
आओ सब मिलकर अपनाएं,
इस रुद्राक्ष का लाभ उठाएं ।।
यह रुद्राक्ष औषधि विख्यात है,
धरती का यह पारिजात है ।।
है रुद्राक्ष अलौकिक फल,
इससे मिले बुद्धि और बल ।।
तन मन को ऊर्जा देता है,
पाप ताप को हर लेता है ।।
रुद्राक्ष भगवान की जय